Wednesday 18 June, 2008

आतंकवाद पर भारी पड़ी आस्था और श्रद्धा

तवी के सन्नाटे को सुबह श्रद्धालुआें के जयकारों ने ताे़डा
जम्मू। सांबा एनकाउंटर, रामगढ़ से टर में अमरनाथ यात्रा पर हमला करने आए आतंकियों की गिरफ्तारी, किश्तवाड़ में ग्रेफ के लेफ्िटनेंट कर्नल समेत पांच लोगों की हत्या। यात्रा शुरू होने से पूर्व आतंकियों द्वारा पिछले एक महीने में श्रद्धालुआें को खौफजदा बनाने और यात्रा को बाधित करने के लिए यह साजिशें रची गई। अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे में शामिल २८३७ श्रद्धालुआें की बाबा बर्फानी के प्रति श्रद्धा और आस्था ने इन साजिशों को फ्लाप कर दिया। कुल मिलाकर श्रद्धालुआें के रुझान ने साबित कर दिया कि आतंकवाद पर आस्था और श्रद्धा भारी पड़ी। शिविर में मौजूद श्रद्धालुआें की जुबान पर हर हर महादेव और भोले बाबा का उत्साह वर्धक जयकारा भी यहीं संदेश दे रहा था।
अमरनाथ यात्रा पर आए श्रद्धालु भोले बाबा के प्रति श्रद्धा, विश्वास और आस्था का मुकाबला आतंकवाद से करने को राजी नहीं थे। हर श्रद्धालु सब कुछ भोले बाबा पर छाे़ड कर बेखौफ शिव भ ती के खुमार में लीन था। इससे पूर्व बुधवार रात को दो बजे बजे यात्रा का स्थायी रोशनी से नहा रहा था। एक तरफ तवी नदी का सन्नाटा तो दूसरी तरफ नदी के किनारे पर स्थित शिविर में श्रद्धालुआें की यात्रा संबंधी तैयारी की सुगबुगाहट शुरू हो गई। एक घंटे की शांति के बाद तीन बजे शिविर से बसों में सवार होने की एनाउंसमेंट के साथ ही स्पीकर पर भोले बाबा के भजनों के कैसेट बजने लगे। सुबह की हलकी ठंडक इस दौरान भोले बाबा के जयकारों के साथ गर्मी में तबदील हो गई। शिविर के आस-पास लगी सभी हाई मास्क लाइटों को भी आन होते ही श्रद्धालुआें के सामान की सुरक्षा जांच और बसों में सीटों की बुकिंग का सिलसिला अपने अपने काउंटरों पर शुरू हो गया। हाई मास्क लाइटों समूचा यात्री निवास परिसर और आधार शिविर मानो रोशनी से नहा रहा था। सवा तीन बजे से ही निजी वाहनों वाले श्रद्धालु अपने वाहनों में सवार होकर सुरक्षा जांच के बाद रवाना होने के लिए जत्थे की कतार में लग गए।
इस दौरान आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का शिविर में पहुंचकर मुआयना करने का सिलसिला भी शुरू हो गया। शिविर के चारों तरफ बनाए गए टावरों पर जवानों की तैनाती के अलावा अंधेरे में सादी वर्दी में सर्च लाइट लेकर भी जवानों को तैनात किया गया था। नई दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से आए श्रद्धालुआें लेख राज, नरेश श्रवण, सरवेश कुमार, भगत सिंह और संदीप सोलंकी का कहना था कि आतंकवाद की तुलना भोले बाबा से नहीं की जा सकती। हर जगह आतंकवाद है, इसलिए आस्था और श्रद्धा के कारण उन्होंने सब कुछ भोले बाबा पर छाे़ड दिया है। जो भोले बाबा करेंगे, वहीं हमे मंजूर है।

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